Sunday, March 6, 2011

Ramu Ke Tarkash Ke Teer: भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां

Ramu Ke Tarkash Ke Teer: भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां: "भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां वरूण नए जीवन की पहली सीढ़ी पर पांव रखने से पहले मेरी कुछ बातों का अपने से उम्र मे बढ़ा होने के ..."

Ramu Ke Tarkash Ke Teer: भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां

Ramu Ke Tarkash Ke Teer: भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां: "भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां वरूण नए जीवन की पहली सीढ़ी पर पांव रखने से पहले मेरी कुछ बातों का अपने से उम्र मे बढ़ा होने के ..."

भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां


भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां  
वरूण नए जीवन की पहली सीढ़ी पर पांव रखने से पहले मेरी कुछ बातों का अपने से उम्र मे बढ़ा होने के नाते बतौर सीख याद रखना क्योकि लक्ष्मण की मर्यादा होती हैं। राम पर ऊंगलियां उठाने से पहले इस बात का ध्यान रखना कि आखिर आपके बउ़े भाई की क्या रही होगी मजबुरी रही होगी क्योकि यूं ही कोई बेवफा नहीं होता। यदि राम को मानते हो और स्वंय को लक्ष्मण समझते हो तो इस सीख का जीवन में बहुंत महत्व हैं। हम जिस देश और परिवेश में रहते हैं वहां का परिवारीक माहौल रामायण जैसा हैं। यहां पर कोई मंथरा हैं जो कि दोनो परिवारों को आपस में लड़वा कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहती हैं। घर का बड़े व्यक्ति से हर कोई अपेक्षा रखता हैं। वह केवल नाम का बड़ा होता हैं। पूरे जीवन भर उसे बड़े की जवाबदेही बता कर लोग उसको भजीया बन कर तल कर खाते हैं। राहुल आपसे बड़े है इसलिए मर्यादा का ध्यान रखना भी आपकी जवाबदेही हैं। बहन नहीं आई इस बात का दिल दिमाग पर मलाल मत लाना क्योकि बहने तो होती हैं ऐसी क्योकि पराई बहन दुसरे के वश में होती हैं। कई बार तो राखी बीत जाने के बाद बहनो के रक्षा सूत्र आते हैं। आपकी बड़ी बहन मां समान हैं इसलिए वह अपने वरूण के लिए आएगी जरूर बरहाल उनके वकील के हैसीयत से नहीं बल्कि एक हिन्दु परिवार के मुखिया की जवाबदेही निभा रहे सच्चें भारतीय की ओर से आपको उक्त सीख के साथ भावी जीवन की ढेर सारी हार्दिक बधाईयां यामिनी को भी ढेर सारी शुभकामनाएं मां सूर्यपुत्री ताप्ती आपका कल्याण करे क्योकि वरूण भी सूर्य के परिवार के ग्रहो में से एक हैं और जहां तक यामिनी का शब्दार्थ यम की छोटी बहन यमुना से हैं जो कि सूर्य की पुत्री मां ताप्ती की बहन हैं। राजा राम के देश में  हर घर - घर में देवरानी - जेठानी के बीच मनमुटाव होता हैं और नहीं हो भी तो एकता कपूर करवा देगी ऐसे में मम्मी और बड़ी ताई के बीच के मनमुटाव को नजर अदंाज कर बहू यामिनी को लेकर बड़ी ताई का आर्शिवाद लेने जरूर जाना। दुसरों के बहकावे में बिलकुल मत आना क्योकि  मंथरा के इस देश में कुछ स्वार्थी लोग नेता पत्रकार नहीं चाहतें कि गांधी परिवार एक हो जाए। बरहाल हो सके तो मां सूर्यपुत्री की जन्म स्थली मुलतापी जिला बैतूल जरूर आना
रामकिशोर पंवार
संस्थापक मां ताप्ती जागृति मंच बैतूल

Sunday, January 16, 2011

Umaria Nnerera the cost in terms of the amount of Arbo CBI investigation Betul Kalackter be filed against the amount of official embezzlement case


Umaria Nnerera the cost in terms of the amount of Arbo CBI investigation
Betul Kalackter be filed against the amount of official embezzlement case
Betul MP { Ramkishore Pawar } Rewa division a year ago are Kalackter Betul in Umaria against the current Kalackter Vijay Anand Kuril sent under Nnerera Arbo against the rules about the use of the amount previously dissatisfied with the ongoing CID investigation Aswanysevi conscious organizations and some of Umaria and Betul The CBI have moved to independent journalist. Ssope CBI in the Dastavejo This information is provided by the Government of India Ministry of Rural Development Plan for Nnerera the amount sent nearly a billion of the amount of money against the rules Nantakaneekal officer KD Land Protection Officer was Chaurasia was. Working against the rules of the court on bail and Chief Executive Officer of Zilla Panchayat Htkalikne JS Dhurve said the commission has allocated amount. Bhusanrkshaon find the name of the government in terms of amount above the drone of two officers convicted in the CID investigation was found, but political pressure and called CID investigation by taking Exit Umaria Vijay Anand Kuril Kalackter have made their Betul transferred. CID investigation by the rule against Kalackter given amount of Nnerera not take any action against them after the whole matter over now aware of some of Betul and Umaria Aswanysevi organizations and independent journalist approached the CBI. In this context, the district veterinary officer under scrutiny, RN Shukla, he complains that the letter and affidavit also alleged that Betul Shukla Kalackter the present time his bull to breed Padsthhapn Umaria Praddhah official amount that about 35 lakh is paid stated that the rule was made against the jail had to go alone, RN Shukla Vijay Anand Kuril Caught in the case of the clean escape after the District Commissioner Umaria Veterinary Parijno also the case, Mr. RN Shukla Shukla, trapping and the entire amount paid against the rules played a crucial role in getting Vijay Anand Kuril CBI probe sought against. Umaria are posted in the JS Dhurve political reach and because he earned his black CID probe into the case but now the central government gave the affected item is the amount of Nnerera provided with which a public interest litigation in Jabalpur is being presented. Umaria in the magnificent Lodge JS Dhurve the landlord and the black earning millions in Jabalpur the so-called property owner purchased the Kuril made Avijas enjoy retirement in June this year, so bring the matter to be premature in the proceedings Umaria - Betul - Bhopal - Delhi journalist and many large organizations by the CBI, Bhopal and Delhi office has made contact. Bitter truth of the matter is that both terms in the case of fraud against government allocated amount was spent Vijay Anand Kuril sign is the first visionary to whom they come under the category of offender. CBI sent to verify the Right to Information Act 1335 information referred to Pajo certified Dastaveza Chaukanne from the $ news Chief Minister informed the matter but they also political pressure ahead of the CID investigation into the matter to have influence. The CID of the subordinate state government works because Vijay Anand Kuril CID investigation was saved but now seemingly drag net in the neck most likely Dastavejo verified because it has proved how a small district of Madhya Pradesh Rewa Division the central government and state government official amount of the fraud is. Although these two high-profile case, two officers in the CID investigation eat in jail but released on bail from High Court, an officer now jailed Umaria. Vijay Anand Kuril hero of the case are the transfers from the Umaria after nearly a year so that the matter was put in Pandeig his retirement as possible. Now the case of the genie to come out again by a Bar official amount of high-profile embezzlement case again Umaria - Betul - Bhopal and Delhi's earthquake is expected.

उमरिया के नरेरा के मामले में खर्च अरबो की राशी की सी बी आई से जांच बैतूल कलैक्टर के खिलाफ दर्ज हो शासकीय राशी के गबन का मामला

उमरिया के नरेरा के मामले में खर्च अरबो की राशी की सी बी आई से जांच 
बैतूल कलैक्टर के खिलाफ दर्ज हो शासकीय राशी के गबन का मामला
उमरिया के नरेरा के मामले में खर्च अरबो की राशी की सी बी आई से जांच 
बैतूल कलैक्टर के खिलाफ दर्ज हो शासकीय राशी के गबन का मामला 
बैतूल। एक साल पूर्व रीवा संभाग के उमरिया में कलैक्टर रहे बैतूल के वर्तमान कलैक्टर विजय आनंद कुरील के खिलाफ नरेरा के तहत भेजी गई अरबो की राशी के नियम विरूद्ध उपयोग को लेकर पूर्व में चल रही सीआईडी जांच से असंतुष्ट उमरिया एवं बैतूल के कुछ जागरूक स्वंयसेवी संगठन एवं स्वतंत्र पत्रकारो के सीबीआई का दरवाजा खटखटाया है। सीबीआई को सौपी गये दस्तावेजो में इस बात की जानकारी उपलब्ध करवाई गई है कि भारत सरकार के ग्रामिण विकास मंत्रालय द्वारा नरेरा योजना के लिए भेजे गई राशी में से लगभग एक अरब रूपये की राशी को नियम विरूद्ध नानटेकनीकल अधिकारी केडी चौरसिया भू सरंक्षण अधिकारी को दी गई थी। इस नियम विरूद्ध कार्य में हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा एवं तत्कालिकन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जेएस धुर्वे ने कमीशन पर उक्त राशी का आवंटन कर दिया। भूसंरक्षण के नाम पर हुये शासकीय राशी के गबन के मामले में उक्त दो अधिकारियों को सीआईडी जांच में दोषी सिद्ध पाया गया लेकिन राजनैतिक दबाव एवं कथित ले देकर सीआईडी जांच से बाहर निकले उमरिया कलैक्टर विजय आंनद कुरील ने अपना बैतूल तबादला करवाया लिया। सीआईडी जांच में कलैक्टर द्वारा नियम विरूद्ध दी गई नरेरा की राशी को लेकर उनके खिलाफ कोई कार्यवाही न होने के बाद अब पूरे मामले को लेकर बैतूल एवं उमरिया के कुछ जागरूक स्वंयसेवी संगठन तथा स्वतंत्र पत्रकारो ने सीबीआई का दरवाजा खटखटाया है। इस संदर्भ में जांच के दायरे में जिला पशु चिकित्सा अधिकारी आर एन शुक्ला वह शिकायती पत्र एवं शपथ पत्र भी है जिसमें शुक्ला ने आरोप लगाया कि बैतूल के वर्तमान कलैक्टर ने अपनी उमरिया पदस्थापना के समय सांड की नस्ल के लिए प्रद्धत शासकीय राशी जो कि लगभग 35 लाख रूपये बताई जाती है उसका भुगतान भी नियम विरूद्ध करवाया था जिसमें अकेले आर एन शुक्ला को ही जेल जाना पड़ा इस प्रकरण में फंसे विजय आनंद कुरील के साफ बच निकलने के बाद जिला पशु चिकित्सा आयुक्त उमरिया आरएन शुक्ला के परिजनो ने भी पूरे मामले में श्री शुक्ला को फंसाने तथा पूरी राशी का नियम विरूद्ध भुगतान करवाने में अहम भूमिका निभाने वाले विजय आनंद कुरील के विरूद्ध सीबीआई जांच की मांग की है। उमरिया में पदस्थ रहे जेएस धुर्वे की राजनैतिक पहुंच एवं उनकी काली कमाई के चलते वे इस प्रकरण में सीआईडी जांच को तो प्रभावित कर दिये लेकिन अब मामला केन्द्र सरकार के मद से प्रदान की गई नरेरा की राशी का है जिसको लेकर जबलपुर में भी एक जनहित याचिका प्रस्तुत की जा रही है। उमरिया में भव्य लाज का भूस्वामी जेएस धुर्वे तथा जबलपुर में करोड़ो की काली कमाई से खरीदी गई सम्पत्ति के तथाकथित मालिक बने विजस आनंद कुरील का इस वर्ष जून में रिटायरमेंट है इसलिए समय से पूर्व सारे मामले को लेकर की जाने वाली कार्यवाही में उमरिया - बैतूल - भोपाल - दिल्ली के कई बड़े पत्रकारो एवं संगठनो द्वारा भी सीबीआई के भोपाल एवं दिल्ली कार्यालय से सम्पर्क बनाया रखा है।  पूरे मामले का कड़वा सच यह है कि दोनो शासकीय गबन के मामले में नियम विरूद्ध खर्च की गई राशी का आवंटन विजय आंनद कुरील के हस्ताक्षर से हुआ है जिसके लिए प्रथम दृष्टा वे भी अपराधी की श्रेणी में आते है। सीबीआई को भेजी गई सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत सत्यापित 1335 पेजो के प्रमाणित दस्तावेजा की जानकारी के हवाले से प्राप्त चौकान्ने वाली $खबर यह है कि पूरे मामले की प्रदेश के मुख्यमंत्री को जानकारी है लेकिन वे भी राजनैतिक दबाव के आगे इस मामले में सीआईडी जांच को प्रभावित कर चुके है। चूंकि सीआईडी प्रदेश सरकार के अधिनस्थ कार्य करती है इसलिए सीआईडी जांच से विजय आंनद कुरील को बचाया गया लेकिन अब गले में फांस लगने की पूरी संभावना है क्योकि सत्यापित दस्तावेजो में यह सिद्ध हो चुका है कि किस तरह मध्यप्रदेश के रीवा संभाग के एक छोटे से जिले में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की शासकीय राशी का गबन किया गया है। हालाकि इन दो बहुचर्चित मामले में दो अधिकारी सीआईडी जांच में जेल की हवा खाकर हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा है लेकिन एक अधिकारी अभी उमरिया जेल में बंद है। पूरे मामले के हीरो रहे विजय आंनद कुरील के उमरिया से तबादले के बाद लगभग एक साल से पूरे मामले को पेंडिग में डाला गया ताकि उनका रिटायरमेंट हो सके। अब पूरे मामले के जिन्न के एक बआर फिर सामने आ जाने से बहुचर्चित शासकीय राशी के गबन के मामले में एक बार फिर उमरिया - बैतूल -भोपाल तथा दिल्ली में भूचाल आने की संभावना है। 

Thursday, January 13, 2011

Justice Shivraj visit to remove the alleged disappearance of the July 29, 2004 CID sergeant tribal justice's wife could not refresh


                    Justice Shivraj visit to remove the alleged disappearance of the July 29, 2004                                              CID sergeant tribal justice's wife could not refresh Chindvada. M.P.{Ramkishore Pawar } to remove the MP of Justice Tour Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chauhan Hoshnavir also raised during a press conference in Betul district, a C I D Chindvada Peone suspicious circumstances five years with his wife on the case of the missing Constable Vidio Kanfessing after it failed to meet on Ado given and the woman's family, his tribal chief to be written during the term news is not judged to Dilwa. Noted that Pdurhna Chindvada district of the city five years ago in the prestigious Madan family was robbery Ana heinous murder of blind people to 5 C. Are. De. Group C included in the test. Come. De. J. Havildar Uike Peone last about five years of the alleged missing. July 29, 2004 to 4 August, 2004 the Crime Department to check the report of the Bhopal meeting to present the high-profile murder case out of his house said C. Come. De. The sergeant has not returned home by today. The high-profile murder of blind Pdurhna Ana police robbery scandal Htkalin Adhikshaka Vijay Suryavanshi and C. I. De. Inspector Ganesh Chaudhary focus on the missing constable's wife pointed Sadeanah by Ms. Uike Uanglly the country since the case came to Surrakio all t. V. News Acanalo shown by, but the immediate police Adhikshaka Vijay Suryavanshi and C. I. De. Inspector Ganesh Chaudhary, and Noto Peahँuch his long inquiry by officers from the politicians have in their favor which led them to this day can not be dandy hair. C today. Come. De. The Constable J. Uike's wife focus Miss her husband's 28-year job tenure by him only 15 days Chutte Lee said while the time Htkalin police Adhikshaka Vijay Suryavanshi the said constable the Chuto ï bone go on telling Ramprasad named person Gumshudayagee told her to meet him but after the third day in the same Ramprasad told this to the police in case Htkalin Adhikshaka Vijay Suryavanshi Sadeanah on Bhumika's given up the Uanglly that he does not even know the missing constable J. Uike ..... ïï ? Two daughters and two sons wandering about the missing C to justice. I. De. Jairam Htkalin police sergeant's wife focus Adhikshaka Kumari Vijay Suryavanshi tried to lure the Bhuँh the same greed that has not scare this woman - bully worked. In this case, see your mess Adhikshaka Htkalin Police Vijay Suryavanshi, but his transfer did get Betul Betul by a reporter when the case Betul district of Chief Minister Shivraj Singh at a press conference put him in the Bothy village has Majbur Chief Minister Shivraj Singh, himself the District Collector and Police Adhikshaka Chindvada video Kaanfessing the woman through the confrontation made but the following lines to be written to the chief minister of the poor tribal woman virgin mind even after direct negotiations to date justice of the state BJP government could Dilwa. Are told that when the matter with Mr Chauhan, Vijay Suryavanshi and Ganesh Chaudhary case instructed the police to Aafsaro top of the Bhind Asasanr Ashok Suryavanshi Argal victory in this case have something to protect. Situation even worse had given to Mr Chauhan's promise that women play rounds against Mr Chauhan Asasanr of Bhind and other Asasando the tremendous siege which led to Mr Chauhan had put the matter in cold storage. Today, once again set out on the state visit, Mr. Chauhan in front of the judge again to find the same tribal woman yearning to plead for justice. The Strangely, the fact that even a political party Chindvada district and Union Minister Kamal Nath to Asasanr district the tribal women of his constituency is unfair to Dilwa ...... ï? The irony is that the police today Buzie Dusaro skip his own staff - not to judge the officer's family is unable to refresh.

Picture missing Id hav J. And his wife Ms. care

न्याय यात्रा निकालने वाले शिवराज भी 29 जुलाई 2004 से कथित लापता सीआईडी के आदिवासी हवलदार की पत्नि को नहीं दिला सके न्याय



न्याय यात्रा निकालने वाले शिवराज भी 29 जुलाई 2004 से कथित लापता
सीआईडी के आदिवासी हवलदार की पत्नि को नहीं दिला सके न्याय
छिन्दवाड़ा । रामकिशोर पंवार पूरे मध्यप्रदेश में न्याय यात्रा निकालने वाले मध्यप्रदेश के घोषणावीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बैतूल में एक पत्रकार वार्ता के दौरान उठाये गये छिन्दवाड़ा जिले के एक सी आई डी के पौने पाँच साल से संदिग्ध परिस्थिति से लापता हवालदार के मामले पर उसकी पत्नि से वीडीओ कांफेसिंग के बाद उसे दिये गये वादो पर भी खरे नहीं उतरे और उस आदिवासी महिला के परिवार को अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान खबर लिखे जाने तक न्याय नहीं दिलवा सके है। उल्लेखनीय है कि छिन्दवाड़ा जिले के पाढुर्णा नगर के प्रतिष्ठित मदान परिवार में पाँच साल पूर्व हुई डकैती एंव अंधे 5 लोगो की जघन्य हत्याकांड की सी .आर्ई . डी . जाँच दल में शामिल सी . आई . डी . का हवलदार जयराम उइके पिछले लगभग पौने पाँच  साल से कथित लापता है। 29 जुलाई 2004 से 4 अगस्त 2004 को होने वाली क्राइम विभाग की भोपाल बैठक में इस बहुचर्चित हत्याकांड की जाँच रिर्पोट प्रस्तुत करने के लिए अपने घर से निकला उक्त सी . आई . डी . का हवलदार आज तक अपने घर नहीं लौटा है। पाढुर्णा के इस बहुचर्चित अंधे हत्याकांड  एंव डकैती कांड में तत्कालिन पुलिस अधिक्षक विजय सूर्यवंशी एवं सी .आई .डी . निरीक्षक गणेश चौधरी पर लापता हवलदार की पत्नि ध्यान कुमारी उइके ने उठाई सदेंह की ऊंगली के बाद से सुर्खियो में आये इस मामले को देश के सारे टी .वी . न्यूज चैनलो द्वारा दिखाया गया ,लेकिन तत्कालिक पुलिस अधिक्षक विजय सूर्यवंशी एवं सी .आई .डी . निरीक्षक गणेश चौधरी ने अपनी लम्बी पहँुच तथा नोटो से मामले की जाँच करने वाले अधिकारियो से लेकर राजनेताओं को अपने पक्ष में कर लिया जिसके चलते उनका आज तक बाल बांका नहीं  हो सका । आज भी सी . आई . डी . का हवलदार जयराम उइके की पत्नि ध्यान कुमारी अपने पति की 28 साल की नौकरी के कार्यकाल के दौरान उसके द्वारा मात्र 15 दिन की छुटटी ली बताया जबकि उस समय के तत्कालिन पुलिस अधिक्षक विजय सूर्यवंशी ने उक्त हवलदार को छुटटïी पर जाना बता कर रामप्रसाद नामक व्यक्ति को उसकी गुमशुदायगी के तीसरे दिन उसे मिलना बताया लेकिन बाद में उसी रामप्रसाद ने यह बताया कर मामले में तत्कालिन पुलिस अधिक्षक विजय सूर्यवंशी की भुमिका पर सदेंह की ऊंगली उठा दी कि वह तो लापता हवलदार जयराम उइके को जानता तक नहीं है.....ïï? दो बेटी और दो बेटो को लेकर न्याय के लिए भटक रही लापता सी .आई .डी .जयराम हवलदार की पत्नि ध्यान कुमारी को तत्कालिन पुलिस अधिक्षक विजय सूर्यवंशी ने बहुँत लालच देने का प्रयास किया जब वही उसके लालच में नहीं आई तो इस महिला को डराने -धमकाने का भी काम किया . अपने को इस मामले में उलझता देख तत्कालिन पुलिस अधिक्षक विजय सूर्यवंशी ने अपना तबादला बैतूल करवा लिया लेकिन बैतूल के एक पत्रकार द्वारा जब इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बैतूल जिले के बोथी ग्राम में पत्रकार वार्ता के समय रख कर उन्हे मजबुर कर दिया तब स्वंय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने छिन्दवाड़ा जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधिक्षक से उस महिला की वीडियो कान्फेसिंग के माध्यम से आमना - सामना करवाया लेकिन इन पंक्तियो के लिखे जाने तक उस गरीब आदिवासी महिला ध्यान कुमारी की मुख्यमंत्री तक से सीधी बातचीत होने के बाद भी आज तक प्रदेश की भाजपा सरकार न्याय नहीं दिलवा सकी । बताया जाता है कि जब इस मामले को लेकर विजय सूर्यवंशी एवं गणेश चौधरी पर श्री चौहान ने मामला दर्ज करने के पुलिस के आला अफसरो को निर्देश दिये तब भिण्ड के सासंद अशोक अर्गल इस मामले में विजय सूर्यवंशी को बचाने के लिए कुछ पड़े। स्थिति यहाँ तक बिगड़ चुकी थी कि श्री चौहान के उस महिला को दिये गये वादे को निभाने के चक्कर में श्री चौहान के खिलाफ भिण्ड के सासंद एवं अन्य सासंदो ने जबरदस्त घेराबंदी की जिसके चलते श्री चौहान को पूरे मामले को ठण्डे बस्ते में डालना पड़ा। आज एक बार फिर पूरे प्रदेश में न्याय यात्रा पर निकले श्री चौहान के सामने एक बार फिर वही आदिवासी महिला न्याय की गुहार लगाने के लिए तड़प रही है। सबसे आश्चर्य जनक तथ्य यह है कि छिन्दवाड़ा जिले का एक राजनैतिक दल यहाँ तक जिले के सासंद एवं केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ तक अपने संसदीय क्षेत्र की उस आदिवासी महिला को न्याय नहीं दिलवा सके है ......ï?  आज पुलिस की सबसे बउ़ी विडम्बना यह है कि वह दुसरो को छोड़ अपने ही कर्मचारी - अधिकारी के परिवार को न्याय नहीं दिला पा रही है।


चित्र लापता
आईडी हवलदार जयराम
एवं उसकी पत्नि ध्यान कुमारी